अरिहंत जैन की रिपोर्ट : 21 दिसम्बर 2021
आज नगर निगम कमिश्नर श्री यशपाल यादव जी की अध्यक्षता में ग्रीनफील्डस कॉलोनी की सभी आर डब्लू ए, ग्रीनफील्डस कॉलोनी के कॉलोनाइजर अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी (UIC), नगर निगम के आला अधिकारियों व निगम पार्षद प्रतिनिधि के साथ कमिश्नर कैम्प ऑफिस पर संयुक्त मीटिंग हुई ।
इस मीटिंग में UIC की तरफ से UIC चेयरमैन प्रोफेसर श्री भारत भूषण और जनरल मैनेजर श्री प्रवीण कुमार एवं साइट मैनेजर श्री रमेश वाही मौजूद रहे। ग्रीनफील्डस कॉलोनी की आर डब्लू ए आवासीय सुधार मंडल की तरफ से प्रधान आचार्य आदित्य शर्मा, जनरल सेक्रेटरी अधिवक्ता सन्नी खंडेलवाल व उप प्रधान (रिट) लेफ्टिनेंट कामेश्वर पांडेय रहे। साथ ही पार्षद प्रतिनिधि श्री कैलाश बैसला, डॉ. नेहा चौधरी व श्री प्रेम नाथ शर्मा मौजूद रहे । इसके अलावा ग्रीनफील्डस कॉलोनी की एक और अन्य आर डब्लू ए – जी आर डब्लू एस के भी प्रतिनिधि एवं शेयर होल्डर्स के भी प्रतिनिधि मौजूद रहे ।
इस मीटिंग में कमिश्नर साहब ने अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी को जल्द से जल्द डेफिशिएंसी अमाउंट जमा करने का निर्देश दिया है और यह भी निर्देश दिया है कि अगर UIC ने यह पैसा नहीं जमा करवाया तो यह पैसा UIC की संपत्तियों पर ग्रहणाधिकार लागू करवा कर वसूला जाएगा ।
इस बैठक में यह भी निर्णय किया गया है कि दिल्ली हाई कोर्ट में अगली सुनवाई से पहले नगर निगम एक स्वतंत्र पार्टी से कॉलोनी का सर्वेक्षण करवाएगा, जो कॉलोनी के हस्तांतरण हेतु कितनी राशि अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी को जमा करवानी है ,यह तय करेगा।
इसके अतिरिक्त कंपनी की बिना बिकी हुई एवं मुकदमेबाज़ी मुक्त प्रॉपर्टीज का भी सर्वेक्षण करवाया जाएगा। ताकि पूर्ण राशि के अभाव में अर्बन की कुछ प्रॉपर्टीज को नगर निगम को हस्तांतरण करवा दिया जाएगा।
अन्यथा अर्बन इम्प्रूव्मन्ट कॉम्पनी , कॉलोनी का पूर्ण विकास कर ग्रीन फ़ील्ड्स कॉलोनी कि सर्विसेस को निगम को सौंपे।
प्रॉपर्टीज के नगर निगम को हस्तांतरण हेतु भी दिल्ली हाई कोर्ट से अनुमोदन कराया जाएगा। इसके लिए अर्बन नें अपनी सहमती दे दी है। उम्मीद है की डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के 1 दिसंबर 2016 के आदेश पर जल्दी करवाई होगी।
इस मीटिंग में यह बात भी सामने आई की जी आर डब्लू एस की तरफ से 2011 में लगाया गया स्टे केस ( वाद संख्या 36/2011कंपनी अफेयर्स सिंगल बेंच ) जोकि हाई कोर्ट में लंबित है और कॉलोनी टेक ओवर की राह में सालों से बहुत बड़ा रोड़ा बना हुआ है । इस संबंद्ध में कमिश्नर साहब ने जी आर डब्लू एस को ये केस वापस लेने के लिए सख्त निवेदन किया है । अब देखने वाली बात यह है कि जी आर डब्लू एस के प्रधान अपने इस स्टे केस को कब वापिस लेकर, कॉलोनी टेक ओवर की राह में उत्पन्न इस 10 साल पुराने रोड़े को कब दूर करते हैं।
आवासीय सुधार मंडल की तरफ से प्रधान आचार्य आदित्य शर्मा ने नगर निगम कमिश्नर ,फरीदाबाद को एक दस्तावेज दिया है जिसमें ग्रीन फ़ील्ड्स के नगर निगम में हस्तांतरण हेतु बहुमूल्य सुझाव सम्मिलित हैं। जिसकी नगर निगम कमिश्नर ने सहारना करते हुए उनका धन्यवाद किया।
आवासीय सुधार मण्डल के जनरल सेक्रेटरी अधिवक्ता सन्नी खण्डेलवाल ने भी पिछले 2 महीने से ग्रीनफील्ड कॉलोनी के अधिग्रहण के कार्य में आई इस तेजी के लिए नगर निगम कमिशनर श्री यशपाल यादव जी का हार्दिक अभिनंदन किया है ।